Bachcho ki immunity kaise Badhaye

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बच्चों की इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं 

बदलते मौसम के साथ बच्चे बहुत जल्दी बीमार हो जाते हैं क्योंकि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण बच्चे बार-बार संक्रमित हो जाते हैं। खांसी, जुकाम और वायरस की चपेट में जल्दी आ जाते हैं । कई बच्चों को बार -बार दस्त आने लगते हैं। इन सब का एक कारण बच्चों की कमज़ोर प्रतिरोधक क्षमता होती है। इसलिए डॉक्टर इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए के बच्चों को हेल्दी फूड खाने की सलाह देते हैं। बच्चों का पेट थोड़ा सा भोजन करने के बाद ही भर जाता है इसलिए उन्हें कम डाइट में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्वों से युक्त भोजन देना मां बाप के लिए एक चुनौती होता है । 

How to improve immunity power by food in kids 

मौसमी फल और खट्टे फल 

 बच्चों को मौसमी और खट्टे फल देने चाहिए। संतरा ,अमरूद,  केला,सेब , पपीता, नाशपाती देना चाहिए क्योंकि फल एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं ,उन में प्रचुर मात्रा में फास्फोरस, कैल्शियम होता है जो बच्चे की प्रति रोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं। आप बच्चों को सुबह केला देते हैं तो पूरा दिन एनर्जी से भरपूर रहेगा। केले में कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, पोटेशियम होता है जो बच्चे की हड्डियों के विकास और आंखों की रोशनी के लिए अच्छा है। केला बच्चे को भरपूर ऊर्जा देता है। सेब में विटामिन C , A ,B और कैल्शियम होता है जो बच्चे की पाचन क्रिया को ठीक रखता है बच्चों में ऊर्जा को बढ़ाता है। संतरे में पोटेशियम, विटामिन C होता है ।संतरे में प्रचुर मात्रा में पानी होता है तो बच्चे को हाइड्रेटेड रखता है और बच्चे की इम्यूनिटी को बढ़ाता है।

 बच्चों को फ्रूट खिलाना एक चुनौती के समान होता है । अगर बच्चे फल नहीं खाते तो आप बच्चों को फलों का शेक बना कर, या फिर स्मूदी बना कर दे सकते हैं ।आजकल मार्केट में बहुत अच्छे स्मूदी मेकर उपलब्ध है  जिनसे आसानी से आप बच्चों को स्मूदी बनाकर दे सकते हैं । आप बच्चों को फ्रूट चाट भी बना कर दे सकते हैं। अगर बच्चा दही चाव से खाता है तो फलों का रायता बनाकर कर उसे अच्छे से सजाकर परोसें। फलों में मौजूद पोषक तत्व बच्चों की इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं।

ड्राई फ्रूट्स 

बच्चों को खेलने और पढ़ने और अपने शारीरिक विकास के लिए बहुत सी ऊर्जा की जरूरत होती है और ड्राई फ्रूट को न्यूट्रीशन का उर्जा घर कहा जा सकता है। ड्राई फ्रूट में जरूरी विटामिन ,मिनरल्स, आयरन और हेल्दी फैट्स, एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो बच्चे की इम्यूनिटी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

बादाम हड्डियों और दांतों को मजबूत करता है। अखरोट ओमेगा 3 ,फैटी एसिड का स्रोत होता है जो बच्चे की ब्रेन डवेलपमैंट में मदद करता है। पिस्ता आपके बच्चे को सेहतमंद बनाता है । काजू में एंटीऑक्सीडेंट आंखों के लिए अच्छे होते हैं और मैग्निशियम बच्चे की हड्डियों के विकास मे मदद करता है। खजूर में कैल्शियम, जिंक और आयरन होता है जो कि खून की कमी को दूर करता है। सोंगी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो दांत की सड़न से बचाते हैं और बच्चे की पाचन क्रिया में मदद करते हैं।ड्राई फ्रूट्स में प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और हेल्थी फैट होते हैं जो बच्चों के समुचित विकास में मदद करते है और वह बच्चे की इम्यूनिटी बढ़ाते है। 

वैसे तो आप किसी भी समय में बच्चे को ड्राई फ्रूट्स दे सकते हैं ।लेकिन सुबह के समय पानी में भिगो कर देना ड्राई फ्रूट ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि सुबह ड्राई फ्रूट्स खाने से उसमें ऊर्जा भरपूर रहेगी तो बच्चे को थकान महसूस नहीं होगी।

 आप को बच्चों को ड्राई फ्रूट एक समुचित मात्रा में ही देनी चाहिए क्योंकि ज्यादा खाने से बच्चे के मुंह में छाले की समस्या या फिर की अन्य समस्या हो सकती है ।अगर आपका बच्चा ड्राइफ्रूट पसंद नहीं करता तो आप उसका पाउडर बनाकर उसके खाने में दे सकते हैं या फिर उसके दूध, दही में पाउडर मिलाकर दें सकते हैं। पुडिंग और खीर बनाकर उसमें डाल सकते हैं जिसे बच्चे बड़े चाव से खाते हैं।

बच्चों को दालें दे

 दालों भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर , पोटेशियम, फास्फोरस और आयरन होता है ।मूंग दाल पाचन तंत्र को मजबूत करती हैं दालों को आहार में जरूर शामिल करना चाहिए। चने की दाल में प्रोटीन और अमीनो एसिड होता है जो शरीर की कोशिकाओं को मजबूत करता है और शरीर में मौजूद आयरन, हिमोग्लोबिन को बढ़ाता। 

अगर आपका बच्चा चने की दाल नहीं खाता तो आप उसे चने की दाल के बेसन से बना ढोकला या चिला बना कर दे सकते हैं। चने की दाल का पराठा  बनाकर दे सकते हैं। बच्चों को पोषण से भरपूर खाना खिलाने के लिए माता पिता को उनको स्वादिष्ट भोजन में ही भरपूर पोषण देने का प्रयास करना पड़ता है। राजमाह में जिंक और आयरन होता है । ज्यादातर राजमाह चावल बच्चों का मनपसंद भोजन होता है।

सफेद चने, काले चने भी बच्चे बहुत चाव से खाते हैं। अगर बच्चे इनसे बनी सब्जी नहीं खाते तो आप उनको चाट बना कर दे। भूनें हुए काले चने भूनें भी बच्चों को खाने के लिए देने चाहिए। चने के सत्तू में भी बहुत से पोषक तत्व होते हैं जो बच्चे की इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं। 

सलाद को भोजन में जरूर शामिल करे

बच्चों को भोजन के साथ सलाद जरूर दें। जब हम सब्जियों को पका कर खाते हैं तो उसके बहुत से पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। लेकिन अगर हम बच्चों को सलाद खिलाते हैं तो सब्जियों के पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं। बच्चों की ग्रोथ के लिए माइक्रोन्यूट्रीएंट्स की आवश्यकता होती है जो सलाद में मिलते हैं। टमाटर में भरपूर मात्रा में विटामिनC पाया जाता है जो आँखो के लिए फायदेमंद है। टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट, लाइकोपीन और बीटा-कैरोटीन होता है जो इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करता है। टमाटर सर्दी ज़ुकाम से बचाने में भी सहायक है। 

खीरे में विटामिन-के और विटामिन- डी जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं। हड्डियों को मजबूत बनाता है और कब्ज को दूर करता है।चकुंदर में सोडियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस और आयरन की प्रचूर मात्रा होती है। जिन्हें खून की कमी होती है उनका हिमोग्लोबिन बढ़ सकता है। गाजर बहुत पौष्टिक सब्जी है। गाजर में मौजूद पोटेशियम, विटामिन सी और विटामिन ए इम्यूनिटी बूस्ट करता है और बच्चे की आंखों को स्वस्थ रखते हैं। आलू में कैल्शियम, मैग्नीशियम होते जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो बच्चे की इम्यूनिटी बढ़ाते हैं और बच्चे के विकास के लिए जरूरी है। आलू में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है। आलू खाने से बच्चे उर्जावान महसूस करते हैं।आप आलू से बनी स्वादिष्ट और पौष्टिक सब्जी,पराठा, टिक्की, फ्राइज़ बच्चों को बना कर दे सकते हैं।

फाइबर से भरपूर सलाद का सेवन करने से बच्चों का मेटाबॉलिज्म तेज होता है। सलाद में हम बच्चों को विभिन्न सब्जियां देते हैं जिनमें विटामिन, मिनरल्स होते हैं जो बच्चे के विकास में मदद करते हैं और बच्चे का इम्यून सिस्टम मजबूत करते हैं।बच्चों को सलाद में कच्ची सब्जियां पसंद नहीं आती। इसलिए आपको थोड़ी रचनात्मकता से काम लेना होगा। बच्चों को सलाद उनके सेंडविच में लगाकर दे। उनको चाट बना कर दे सकते हैं। या फिर सभी सब्जियों के सलाद को क्रिएटिव तरीके से काटे की बच्चे का देखते ही उसे खाने का मन हो। 

डेयरी प्रोडक्ट्स

बच्चों के विकास में डेयरी प्रोडक्ट्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।दूध,दही, पनीर और मक्खन आदि डेयरी प्रोडक्ट्स खाने से बच्चों की हड्डियां मजबूत होती हैं। शरीर में विटामिन और मिनरल्स की पूर्ति होती हैं। डेयरी उत्पाद प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन का बड़ा स्त्रोत है। इनमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता है,दही में प्रोटीन, फैट, पोटेशियम के साथ हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं जो बच्चे के पेट को स्वस्थ रखते हैं। पनीर और मक्खन में फैट होता है शारीरिक विकास के लिए जरूरी है। आप बच्चों को पनीर के सेंडविच या फिर कोई टेस्टी स्नैक्स बना कर आकर्षक तरीके से बच्चे को परोसे ताकि देखते ही बच्चे का खाने के लिए मन ललचाए।

मखाने

मखाने में कैल्शियम ,आयरन पाया जाता है जो बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करता हैं। मखाने में कैलरी भरपूर मात्रा में होती है इसलिए मखाना खाने से बच्चे उर्जावान महसूस करेंगे। मखाना बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो सकता है। आप बच्चों को मखाने की खीर बनाकर दे सकते हैं जा फिर मखाने का पाउडर बनाकर उसे बच्चे के दूध ,दही में दे सकते हैं या फिर आप देसी घी में मखाने हल्के भून कर स्नेक्स की तरह भी बच्चों को दें सकते हैं।

दलिया

दलिया खाने से बच्चे का मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है। दलिये में विटामिन बी1, मिनरल्स, मैग्नीज और मैग्नीशियम पाया जाता है। दलिया पाचन क्रिया को मजबूत करता है। दूध और दलिया दोनों में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं। दलिया खाने से बच्चे में उर्जा बनी रहती है। दलिया हम खिचड़ी या फिर नमकीन चावल की तरह भी बना कर बच्चों को दें सकते हैं। अगर आप बच्चे की डाइट में दलिया शामिल करते हैं तो दूध में मौजूद कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन के साथ साथ आपके बच्चे को दलिये के पोषक तत्व एक साथ मिलेंगे तो आपके बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी।

साबूदाना

साबूदाना बहुत से न्यूट्रिशन से भरपूर है। इसमें विटामिन, प्रोटीन, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में मिलते हैं। हड्डियों को मजबूत करता है। साबूदाना पाचन क्रिया को मजबूत करता है। बच्चों को सुबह के ब्रेक फास्ट या फिर शाम के समय खाने के लिए दे सकते हैं । बच्चा एक्टिव और स्वास्थ्य महसूस करेगा। साबूदाना में पाएं जाने वाले मिनरल्स शरीर के विकास में मदद करते हैं। इसके सेवन से बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ती है 

गुड़ (jaggery)

गुड़ प्रचूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और जरूरी मिनरल्स जिंक, फास्फोरस और कैल्शियम पाए जाते हैं। गुड़ का सेवन करने से बच्चों की इम्युनिटी बढ़ती है। गुड बच्चों की पाचन क्रिया को मजबूत करता है उनके डाइजेस्टिव एंजाइम्स को एक्टिव करता है जिससे बच्चों का पाचन तंत्र मजबूत होता है ।गुड़ खाने से बच्चों का बॉवेल मूवमेंट ठीक होता है जिससे बच्चे को खाना आसानी से पच जाता है । गुड़ में आयरन होता है जिससे बच्चे के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती। रोजाना गुड़ देने से बच्चे को एनीमिया या आयरन डिफिशिएंसी से दूर रख सकते हैं । गुड़ बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने में बहुत कारगर है।

आप बच्चों को दही में गुड़ से बनी शक्कर डालकर दे सकते हैं। या फिर गुड़ का हलवा बना कर दे सकते हैं। 

अगर आपके बच्चे का इम्यून सिस्टम ज्यादा कमज़ोर है और वह जल्दी-जल्दी संक्रमित हो जाते हैं तो आप बच्चों के डाक्टर को दिखाएं और उसके साथ-साथ एक बार डाइटिशियन से बच्चों को क्या आहार देना चाहिए उनका परार्मश जरूर लेना चाहिए क्योंकि वह जानते हैं कि हम थोड़े आहार में ही ज्यादा पोषक युक्त भोजन बच्चों को दें सकते। 

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