HINDU FESTIVAL LIST

HINDU FESTIVAL LIST IN HINDI HINDU FESTIVAL NAME  हिन्दू त्यौहार और पर्वों की सूची हिन्दी मे Information about hindu festival in hindi

हिन्दू त्यौहार और पर्वों की सूची हिन्दी में

अंग्रेजी केलेंडर के अनुसार साल का पहला महीना जनवरी होता है और हिन्दू पंचांग के अनुसार उस समय पौष मास होता है। हिन्दू धर्म में बहुत से त्योहार मनाएं जाते हैं। कुछ त्योहार ऋतु परिवर्तन पर मनाएं जाते हैं तो कुछ देवी देवताओं के जन्मोत्सव से संबंधित होते हैं। हर एक त्योहार और व्रत की अपनी धार्मिक मान्यताएं होती है। इस आर्टिकल में पढ़ें हिन्दू धर्म से संबंधित मुख्य त्यौहार और व्रतों की सूची 

HINDU FESTIVAL LIST IN HINDI

लोहड़ी - Lohri 

लोहड़ी  मकर सक्रांति से एक दिन पहले पौष मास के अंतिम दिन मनाई जाती है। पंजाब में किसान लोहड़ी पर सर्दियों के  मौसम में ज्यादा फसल पैदा करने के लिए भगवान सूर्य से प्रार्थना करते हैं। यह फसल का त्योहार है किसान लोहड़ी के मौके पर ईश्वर का आभार प्रकट करते हैं लोहड़ी आनंद और खुशियों का प्रतीक है। 

मकर संक्रांति - Makar Sankranti 

लोहड़ी से अगले दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है। इस दिन सूर्य भगवान धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते है। मकर संक्रांति के दिन को सुख और समृद्धि का दिन माना जाता है। मकर संक्रांति के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करना विशेष फलदाई माना जाता है विशेष रूप से गंगा सागर तट पर हर साल मकर संक्रांति के दिन मेला लगता है। इस दिन गंगा नदी ने राजा सगर के साठ हजार पुत्रों को मोक्ष प्रदान कर सागर में मिल गई थी। 

बसंत पंचमी - Basant panchmi 

सरस्वती पूजा  हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को की जाती है। इस तिथि को बसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन विद्या, ज्ञान और संगीत की देवी मां सरस्वती का जन्म हुआ था। 

होली - Holi

होली से एक दिन पहले फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है ।माना जाता है कि इससे बुरी और नकारात्मक शक्ति का नाश होता है और सकारात्मकता का आरंभ होता है। अगले दिन चैत्र प्रतिपदा को रंगों की होली खेली जाती है।, ब्रज की होलीविश्व प्रसिद्ध है जिसे देखने के लिए देश- विदेश से श्रदालु आते हैं। 

महशिवरात्रि - Mahashivratri 

महाशिवरात्रि का पर्व प्रति वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित है।

हिन्दू नववर्ष - Hindu Nav varsh 

हिन्दू नववर्ष  पौराणिक कथा के अनुसार ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन ही की थी। इसलिए पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नव वर्ष शुरू होता है। 

चैत्र नवरात्रि - Chaitra Navratri 

नवरात्रि चैत्र मास शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होते हैं। हिन्दू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। नवरात्रि मे मां दुर्गा के नौ रूप  की पूजा की जाती है। 

राम नवमी - Ram Navami 

राम नवमी का हिन्दू धर्म में विशेष स्थान है। इस दिन भगवान श्री राम का धरती पर अवतरण हुआ था। भगवान श्री राम  भगवान विष्णु के सातवें अवतार है। भगवान श्रीराम ने चैत्र का महीना ,नवमी तिथि, शुक्ल पक्ष अभिजीत मुहूर्त में अवतार लिया था। 

वैशाखी- Baisakhi 

बैसाखी का त्योहार बैसाख मास में मनाया जाता है। बैसाखी त्योहार समृद्धि और खुशहाली का त्यौहार है। बैसाखी मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा में ज्यादा प्रसिद्ध है। सूर्य देव के मेष राशि में प्रवेश होने पर हिंदू नववर्ष की पहली संक्रांति मनाई जाती है। 

सीता नवमी - Sita navami 

सीता नवमी या जानकी जयंती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन को सीता माता के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। जानकी जयंती या सीता नवमी का पर्व राम नवमी के एक मास बाद आता है। 

अक्षय तृतीया - Akshay Tritiya 

हिन्दू धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है। अक्षय तृतीया हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन किए गए शुभ कर्मों और दिए गए दान का कभी क्षय नहीं होता।‌ 

 परशुराम जयंती - Parshuram jayanti

हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार परशुराम जी का जन्म वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हुआ था। वह भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं। हर वर्ष इस तिथि को परशुराम जयंती मनाई जाती है। 

बुद्ध पूर्णिमा - Buddha Purnima 

गौतम बुद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक थे। उनका जन्म वैशाख मास की पूर्णिमा के दिन हुआ था। इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा और बुध जयंती के रूप में मनाया जाता है। उन्हें भगवान विष्णु के नौवें अवतार के रूप में भी माना जाता है। 

जगन्नाथ रथयात्रा - jagannath rath yatra 

विश्वप्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा का आषाढ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को उड़ीसा में बड़े हर्षोल्लास के साथ आयोजन किया जाता है।आषाढ़ मास की द्वितीया तिथि से लेकर आषाढ़ मास एकादशी तक चलने वाले इस पर्व के बारे में मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ स्वयं अपने भक्तों के मध्य विराजमान रहते हैं। 

गुरु पूर्णिमा - Guru Purnima 

गुरु पूर्णिमा आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार यह पर्व जुलाई या अगस्त महीने में आता है। गुरु पूर्णिमा गुरु के हमारे जीवन में दिए गए मार्ग दर्शन और ज्ञान के लिए उनको सम्मानित करने के लिए मनाई जाती है। चारों वेदों के ज्ञाता महर्षि वेदव्यास जी का जन्म भी आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही हुआ था। 

रक्षा बंधन - Raksha Bandhan 

रक्षा बंधन का हिन्दू सनातन धर्म में विशेष महत्व है। रक्षाबंधन बहन भाई के शाश्वत प्रेम का प्रतीक है। रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। 

कृष्ण जन्माष्टमी - Krishna Janmashtami 

जन्माष्टमी भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। श्री कृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। 

राधा अष्टमी-  Radha Ashtami 

राधा अष्टमी भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। राधा अष्टमी को बृषभानु दुलारी राधा रानी के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया है। राधा अष्टमी कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद आती है। 

गणेश चतुर्थी - Ganesh Chaturthi 

भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी गणेशोत्सव मनाया जाता है। इस दिन को गणेश जी के अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश के लोग गणेश जी की पूजा अर्चना करते हैं। लेकिन महाराष्ट्र, गुजरात में यह पर्व विशेष धूमधाम से मनाया जाता है‌। 

शारदीय नवरात्रि -Shardiya Navratri 

शारदीय नवरात्रि अश्विन मास की शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होते हैं। शारदीय नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ रूप की पूजा की जाती है और दशमी के लिए विजयदशमी का पर्व मनाया जाता है‌। 

दशहरा - Dussehra 

दशहरा अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशदशहरा मी तिथि को मनाया जाता है। इसे विजय दशमी भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन भगवान राम ने दस सिर वाले अत्याचारी रावण पर विजय प्राप्त की थी। 

करवा चौथ-  Karwa chauth 

करवा चौथ व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता हैं। इसदिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती है।

धनतेरस - Dhanteras 

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। 

दिवाली - Diwali 

कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मां लक्ष्मी धीर सागर से उत्पन्न हुई थी। इस दिन भगवान श्री राम 14 साल के वनवास के पश्चात अयोध्या वापस लौट कर आए थे। इसदिन श्री गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। 

गोवर्धन पूजा - Goverdhan Pooja 

गोवर्धन पूजा भगवान कृष्ण की एक प्रसिद्ध लीला से जुड़ा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। इस त्योहार को कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को मनाया जाता है। 

भाई दूज - Bhai dooj 

भाई दूज का पर्व हर साल कार्तिक शुक्ल द्वितीय तिथि को मनाया जाता है। इसदिन बहन अपने भाई की मंगल कामना के लिए उसके मस्तक पर तिलक लगाती है।

गोपाष्टमी - Gopaashtami 

गोपाष्टमी का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इसदिन गाय माता का पूजन करने से हर विध्न बाधा दूर होती है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने गो चरण आरंभ किया था। 

तुलसी विवाह - Tulsi vivah 

तुलसी विवाह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन किया जाता है. तुलसी विवाह हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार किया जाता है। तुलसी के पौधे को दुल्हन की तरह लाल साड़ी, चुड़ा, लकीरें, बिंदी से सजाया जाता है। भगवान विष्णु की मूर्ति या शालीग्राम रूप से तुलसी विवाह कराया जाता है। 

देव दीपावली -  Dev Deepawali 

कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरों का नाश करने के लिए त्रिपुरारी अवतार लिया था। इसलिए इस पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है। भगवान शिव द्वारा त्रिपुरों का नाश होने के पश्चात देवताओं ने भोले नाथ की नगरी काशी में दीप जलाकर दीपावली मनाई थी। 

विवाह पंचमी - Vivah panchmi 

मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। श्री राम और मां सीता का विवाह मार्गशीर्ष मास की पंचमी तिथि को हुआ था। इसदिन को विवाह पंचमी के नाम से जाना जाता है।

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