सकारात्मक सोच का अर्थ और फायदे
पोजिटिव थींकिग (positive thinking) सकारात्मक सोच को कहते हैं। सकारात्मक सोच आशावादी सोच के साथ अपने आप आ जाती है। सकारात्मक सोच का अर्थ यह नहीं है कि जो हमारे जीवन में चुनौतियां आ रही है हम उनको इग्नोर कर दे। इसका अर्थ यह है कि जीवन में आपको अच्छी और बुरी दोनों परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए आप उन चुनौतियां को स्वीकार करके उसमें से सकारात्मक पक्ष को ढूंढें।
जीवन में जो परिस्थितियां आपके लिए रूकावटें पैदा कर रही है आप उसमें भी अपनी श्रेष्ठ क्षमता को विकसित कर कोई ना कोई रास्ता निकल ले। आशावादी सोच हर परिस्थिति में उससे जुड़ी अच्छाई को देखने का एक अभ्यास है।
रिसर्च में पाया गया है कि सकारात्मक और आशावादी सोच हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत को बहुत प्रभावित करती है।
सकारात्मक सोच के फायदे Benefits of Positive Thinking
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सकारात्मक सोच वाले लोग मानसिक और शारीरिक रूप में नकारात्मक सोच वाले लोगों से अधिक तंदरुस्त होते हैं।
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उनकी बिमारियों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बढ़िया होती है ।
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उन्हें केंसर होने का खतरा कम होता है।
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उनको हृदय संबंधी रोग कम होते हैं।
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सकारात्मक सोच वाले लोग तनाव को हेंडल करना जानते हैं।
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उनमें मुश्किल और कठिन परिस्थितियों में लड़ने की अद्भुत क्षमता होती है।
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ऐसा भी देखा गया है कि जो लोग सकारात्मक और आशावादी नज़रिये वाले होते हैं वह एक सेहत मंद जीवन जीते हैं।
हमारी सकारात्मक और नकारात्मक सोच हमारी सेहत और तरक्की पर बहुत प्रभाव डालती है। सकारात्मक सोच आशावादी विचारों को पोषित करती है और नकारात्मक सोच निराशावादी विचारों को पोषित करती है। नकारात्मक सोच हमारे स्वास्थ्य को नुक्सान पहुंचा सकती है। इस से व्यक्ति कई बिमारियों का शिकार हो सकता है। जैसे एंग्जाइटी, डिप्रेशन, स्ट्रेस और आत्मविश्वास कमी आदि।
नकारात्मक सोच के भी कई कारण हो सकते हैं।
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अगर आप किसी चीज़ को पाने का प्रयास बहुत समय से कर रहे हैं लेकिन अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पा रहे।
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आप के आस पास ऐसा माहौल है जहां हर समय आपकी खिंचाई और निंदा की जाती है।
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आपमें आत्मविश्वास की कमी है जिसके कारण आप दूसरे के सामने अपने विचार नहीं रख पाते।
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लंबी बिमारी से जूझने पर भी नकारात्मकता हावी हो जाती है।
कारण बहुत से हो सकते हैं लेकिन इनका समाधान एक ही है सकारात्मक सोच।
नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में कैसे बदलें।
परिस्थिति चाहे कैसी भी हो आप अपनी नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में बदल सकते हैं। सकारात्मक सोच हर परिस्थिति में आशावादी होने और उसमें अच्छाई ढूंढने के अभ्यास से आ सकती है। इसलिए नकारात्मक विचारों को सकारात्मक विचारों में बदलने के लिए फोकस करें। आप समय के साथ आशावादी रहने का अभ्यास कर सकते हैं।
Positive kaise rahe
Gratitude करना सीखे
ईश्वर ने जो भी आपको दिया है जैसे अच्छा परिवार, सेहत, माता पिता, बच्चे, कारोबार और नौकरी उसके लिए उसका प्रतिदिन धन्यवाद करना सीखे। बहुत बार हम ईश्वर ने जो हमें सहज दिया है उसका धन्यवाद नहीं करते लेकिन जो नहीं दिया उसके लिए कोसते जरूर है।
लेकिन ईश्वर को धन्यवाद करने के अभ्यास से आपके जीवन में जो नहीं है उसके लिए शिकायतें कम हो जाएंगी। क्योंकि अगर आपके पास घर है तो उसका धन्यवाद करें क्योंकि कुछ लोगों के पास तो घर ही नहीं है, अच्छा परिवार है तो उसके लिए धन्यवाद करें। इसका लाभ यह होगा कि जब आपकी जीवन में शिकायतें कम हो जाएगी तो आप सकारात्मक सोच के साथ आपके लक्ष्य के प्रति ध्यान क्रेंद्रित कर पाएंगे।
आपने आप से प्यार करें
ऐसा देखा गया है कि बहुत से लोग नकारात्मक सोच इस लिए होती है क्योंकि उनको खुद पर आत्मविश्वास नहीं होता। इसलिए सकारात्मक सोच के लिए आप स्वयं पर विश्वास करें। स्वयं से कहें कि मुझे ईश्वर ने बनाया है इसलिए मैं खास हूं।
अपने लिए कोई लक्ष्य निर्धारित करें। इससे आपका ध्यान नकारात्मक सोच से हट कर लक्ष्य को कैसे प्राप्त करना है उस ओर लग जाएगा । खुद से प्यार और विश्वास करना सीखो । अगर हम खुद अपने प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं तो हम किसी और से कैसे expect कर सकते हैं कि वह हमें प्यार और सम्मान दे।
आशावादी लोगों के साथ रहे
सकारात्मक सोच को विकसित करने के लिए आशावादी दृष्टिकोण वाले लोगों के साथ रहे ना कि उन लोगो के साथ जिनका जीवन के प्रति नज़रिया निराशावादी है। ऐसे लोग एक शाप की तरह होते हैं जिन्होंने जीवन में स्वयं तो कभी कोई तरक्की की नहीं होती। बस अपने आसपास भी नकारात्मकता फैलाते हैं।
जब आप आशावादी नज़रिये वाले लोगों के साथ समय बिताते हैं उन लोगों की अच्छी vibes आपको भी आशावादी बना सकती है।
मोटिवेटिड रहे
Motivated रहने के लिए आप अच्छी किताबें पढ़ें। महापुरुषों की जीवनी पढ़ें उन्होंने कैसे जीवन के संघर्ष में से जुझते हुए अपने लिए सफलता के रास्ते निकले। यूट्यूब पर मोटिवेशनल स्पीकर की विडियोज देख सकते हैं। ऐसे व्यक्ति को अपना प्रेरणा स्रोत बनाए जिसने बिना थके बिना रूके जीवन में ऊंचाईयों को छूआ हो। क्योंकि किसी भी मुश्किल से निकले के लिए और सफल होने के लिए लगातार प्रयास करना पड़ता है और लगातार प्रयास करते रहने के लिए किसी प्रेरणा का होना बहुत जरूरी है।
अक्सर देखा जाता है कि जो लोग सकारात्मक सोच वाले होते हैं उनके साथ रहकर हमें भी positive vibes आती है। जब आप आशावादी सोच रखते हैं तो आपके आसपास एक खास aura होता है जिससे आप आसपास के माहौल में जान डाल देते हैं। लोग आपके साथ रह कर मोटिवेटिड महसूस करते हैं।
सकारात्मक और आशावादी होना एक ऐसी स्किल है जिसमें जीवन में आने वाली चुनौतियों को सकारात्मक तरीके से देखना और बुरी से बुरी परिस्थिति में भी कोई अच्छाई ढूंढ कर उन चुनौतियों में से अपने लिए बेहतरीन मौका तलाश लेना है।
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