SHARDIYA NAVRATRI KAB KYUN MANAI JATI HAI DATE COLOUR

October Ashwin SHARDIYA NAVRATRI 2023 Date colour SHARDIYA NAVRATRI KAB KYUN KAISE MANAYA JATI hai 

शारदीय नवरात्र 2023 

हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। नवरात्रि में मां दुर्गा के भक्त उनकी पूजा अराधना करते हैं । 

शारदीय नवरात्र कब मनाई जाती है 

शारदीय नवरात्रि अश्विन मास की शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होते हैं। शारदीय नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ रूप की पूजा की जाती है और दशमी के लिए विजयदशमी का पर्व मनाया जाता है‌। 

इस समय मां दुर्गा से भक्त मनवांछित फल प्राप्त करने के लिए विशिष्ट पूजा अनुष्ठान करते हैं जिसमें मां दुर्गा के भिन्न-भिन्न रूपों की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार  नवरात्रि के हर दिन का विशेष रंग है। उस रंग को पहन कर पूजन करना विशेष फलदाई माना जाता हैं। 

शारदीय नवरात्र क्यों मनाई जाती है 

ऐसी मान्यता है कि एक बार महिषासुर राक्षस ने तपस्या करके ब्रह्मा जी से अमर होने का एक वरदान मांगा। ब्रह्मा जी बोले कि मैं यह वरदान नहीं दे सकता इसलिए तुम कुछ ओर मांग लो।
 उस समय महिषासुर ने मांगा कि मेरी मृत्यु केवल स्त्री के हाथों से हो। ब्रह्मा ने उसे वरदान दे दिया। उस समय महिषासुर ने देवलोक को विजय कर लिया। देवता मारें मारे फिरने लगे। ब्रह्मा जी ने उपाय बताया कि दैत्य राज की मौत केवल कुवांरी कन्या के हाथों से होगी।

 सभी देवताओं ने मिलकर अपनी शक्तियों से देवी को प्रकट किया। मां दुर्गा ने महिषासुर को ललकारा दोनों के बीच 9 दिन तक युद्ध चला और दसवें दिन मां ने महिषासुर का वध कर दिया ।मां दुर्गा आदिशक्ति हैं सभी देवता उनकी शक्ति से शक्तिमान होकर कार्य करते हैं। 

श्री राम द्वारा अश्विन मास में मां दुर्गा की पूजा 

पौराणिक कथा के अनुसार माना जाता है कि शारदीय नवरात्रि की शुरुआत भगवान श्रीराम ने की थी। श्री राम ने लंका पति रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए मां दुर्गा की पूजा की थी । उस समय अश्विन मास के शुक्ल पक्ष के ही दिन थे।

लंका युद्ध के दौरान  ब्रह्मा जी ने श्रीराम से रावण वध के लिए देवी को प्रसन्न करने के लिए कहा। रामजी ने माता को प्रसन्न करने के लिए पूजा के दौरान 108  कमल पुष्प रखे थे। रावण ने पूजा में विघ्न डालने के लिए अपनी माया से एक कमल चोरी करवा लिया।

जब राम जी को इस बात का पता चला कि एक पुष्प कम है, तो उन्होंने पूजा में विघ्न आए  इसलिए सोचा कि लोग उन्हें कमलनयन कहते हैं , इसलिए उन्होंने अपनी एक नेत्र मां को अर्पित करने के लिए बाण निकाला तो, मां प्रकट हो गई  और उनको ऐसा करने से रोका।

 माँ उनकी पूजा से प्रसन्न थी इसलिए माँ ने उनको दिव्य अस्त्र दिया। मां दुर्गा से प्राप्त दिव्य अस्त्र  की सहायता से राम जी ने रावण का वध कर दिया। रावण का वध भगवान ने अश्विन मास की दशमी तिथि को किया था। भगवान श्रीराम ने रावण को हराकर विजय प्राप्त की थी। इसलिए इसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है।

शारदीय नवरात्र 2023 मां दुर्गा किस वाहन पर सवार होकर आएगी

नवरात्रि अगर रविवार को शुरू हो तो माता हाथी पर सवार होकर आती है। 

OCTOBER NAVRATRI 2023 DATE LIST 

प्रतिप्रदा       ‌   -  रविवार, 15 अक्टूबर 
द्वितीय नवरात्रि - सोमवार ,16 अक्टूबर 
तृतीय नवरात्रि  - मंगलवार ,17 अक्टूबर 
चतुर्थ नवरात्रि  -  बुधवार,18 अक्टूबर 
पंचम नवरात्रि  -  वीरवार ,19 अक्टूबर 
छष्ठी नवरात्रि  -   शुक्रवार, 20 अक्टूबर 
सप्तमी नवरात्रि - शनिवार ,21 अक्टूबर
अष्टम नवरात्रि  - रविवार, 22 अक्टूबर
नवम नवरात्रि-    सोमवार, 23 अक्टूबर 
विजय दशमी-   मंगलवार, 24 अक्टूबर

OCTOBER NAVRATRI COLOURS

प्रतिप्रदा - रविवार, 15 अक्टूबर  

शुभ रंग - नारंगी 

इसदिन नारंगी रंग का विशेष महत्व है। नारंगी रंग सकारात्मकता उर्जा और  शौर्य का प्रतीक है। इस रंग को पहनकर आप नकारात्मक विचारों से दूर रहेंगे और शांत मन से कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं।

द्वितीय नवरात्रि- सोमवार ,16 अक्टूबर 

शुभ रंग - सफेद 

सफेद रंग शांति, सदभाव और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। सफेद रंग के वस्त्रों को पहनकर नवरात्रि पूजा करने से आत्मिक शांति का अनुभव होता है।

तृतीय नवरात्रि - मंगलवार ,17 अक्टूबर 

शुभ रंग - लाल 

लाल रंग शक्ति का प्रतीक माना जाता है। लाल रंग से प्यार, जुनून और शौर्य को भी दर्शाता है। मंगलवार के दिन लाल रंग पहनकर पूजन करने का विशेष महत्व है।

चतुर्थ नवरात्रि - बुधवार,18 अक्टूबर 

शुभ रंग - नीला 

इस दिन नीला रंग पहने। नीला रंग शान और उर्जा का प्रतीक है। यह रंग पहन‌ कर पूजन करना विशेष फलदाई है।

पंचम नवरात्रि - वीरवार ,19 अक्टूबर 

शुभ रंग - पीला 

बृहस्पतिवार के दिन पीले रंग का विशेष महत्व है । पीला सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। पीले रंग के वस्त्रों में प्रसन्नता और शांति का अनुभव होगा।

छष्ठी नवरात्रि - शुक्रवार, 20 अक्टूबर 

शुभ रंग - हरा 

हरा रंग हरियाली, तरक्की और सकारात्मकता उर्जा का प्रतीक माना जाता है। इस रंग को पहनकर आपको शान्ति और स्थिरता का अनुभव होगी।

सप्तमी नवरात्रि- शनिवार, 21 अक्टूबर

शुभ रंग - स्लेटी(ग्रे)

शनिवार के दिन स्लेटी का बहुत महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि स्लेटी रंग पहनकर हम अपने मन के भावों को नियंत्रित कर सकते हैं। स्लेटी रंग में आप उर्जावान महसूस करेंगे। स्लेटी रंग शुभ परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है।

अष्टम नवरात्रि - रविवार, 22 अक्टूबर

शुभ रंग - बैंगनी 

शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि को मां महागौरी की पूजा की जाती है।  इस दिन कन्या पूजन का विधान होता है। इसदिन बैंगनी रंग का विशेष महत्व है। यह रंग राजसी ठाट-बाट और समृद्धि को दर्शाता है। 

नवम नवरात्रि- सोमवार, 23 अक्टूबर 

शुभ रंग - मोरपंखी हरा 

नवरात्रि के इस दिन मोर पंख वाले हरा रंग के वस्त्र पहनकर पूजा करे। यह रंग व्यक्ति विशेष की विशिष्टता को दर्शाता है।

 

About Author : A writer by Hobbie and by profession
Social Media

Message to Author