BACHO KO KAHANI SUNANE KE FAYDE

Benefits of story telling to kids

बच्चों को कहानियां सुनाने की परम्परा हज़ारों सालों से चली आ रही है। कहानियां का बच्चों को बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। कहानियों से बच्चे को नैतिक, समाजिक शिक्षा दी जा सकती है। कहानियां का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि आज से हज़ारों साल पहले विष्णु शर्मा नाम के ब्राह्मण ने राजा अमर शक्ति के नासमझ पुत्रों को पंचतंत्र की कहानियों के माध्यम से व्यवहार कुशल और समझदार बना दिया था। ऐसा माना जाता है कि पेरेंट्स द्वारा कहानियां सुनने से बच्चों में एकाग्रता बढ़ती है, उनका बौद्धिक विकास होता है और पेरेंट्स के साथ भावनात्मक जुड़ाव बढ़ता है। 

Benefits of Story Telling to Kids 

 एकाग्रता बढ़ती है 

कहानियां सुनते समय बच्चे कहानी को ध्यान से सुनते हैं । उनका ध्यान फोन लैपटॉप सबसे हटकर केवल कहानी पर ही केंद्रित होता है। इससे बच्चे की एकाग्रता बढ़ती है। बच्चों में किसी की बात को ध्यान से सुनने का कौशल विकासित होता है। एक रिसर्च में पाया गया कि कहानियां सुनने से बच्चों का तनाव कम होता है।  

संस्कृति और रीति रिवाजों का ज्ञान होता है 

बच्चों को हम कहानियां सुना कर अपनी संस्कृति और परंपराओं से अवगत करवाते हैं । कहानियों के माध्यम से बच्चों को भारत और विश्व के विभिन्न भागों में कैसी संस्कृति प्रचलित है उसके बारे में अवगत कराया जा सकता है। बच्चों के कहानियों के माध्यम से रीति रिवाजों से अवगत करवा सकते हैं। जब भी कोई त्योहार या पर्व आता है बच्चों को बताएं की इस त्योहार का क्या महत्व है। 

बच्चों की शब्दावली विकसित होती है 

कहानियां सुनने से बच्चे की शब्दावली विकसित होती है। क्योंकि हर कहानी के नए शब्द, नए किरदार और जगह के नाम होते हैं ।जिससे बच्चों की शब्दावली विकसित होती है।

 समय के साथ जब आप बच्चों को स्टोरी बुक पढ़ने को आदत डालते है तो उसकी वोकैबलरी बढ़ जाती है। कहानी में कई तरह के मुहावरों, कहावतों और अखानों का उल्लेख होता है जिससे बच्चा उनका उच्चारण सीखता है। 

बच्चों को सवाल पूछने की जिज्ञासा जागृत होती है 

जब पेंटरेट बच्चों को कहानी सुनाते हैं तो बच्चों के मन में कई सवाल पूछने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है। जैसे कि अब कहानी में आगे क्या होगा? बच्चा कहानी सुनाने वाले से कहानी में आगे होने वाली घटनाओं के संदर्भ में कई तरह के सवाल पूछता है जिससे बच्चों की जिज्ञासा और आत्मविश्वास बढ़ता है। 

बच्चे जीवन में आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करना सीखते हैं 

कहानियों के माध्यम से बच्चों को मुश्किल परिस्थितियों में सकारात्मक रहने के विचार पैदा होते हैं। वें समझते हैं कि कठिन समय में भी जीवन का एक हिस्सा है। जैसे कहानी में नायक ने अपनी बहादुरी से मुश्किल परिस्थितियों का सामना करके हर चुनौती को हराया था वैसे ही वह परिस्थितियों को समझ सकते हैं। बच्चें जब भी किसी तरह का तनाव महसूस करें तो पेरेंट्स कहानियों के द्वारा उस तनाव‌ को दूर कर सकते हैं।

कल्पना शीलता बढ़ती है 

बच्चों में कल्पनाशीलता बढ़ती है। बच्चे स्वयं को कहानी के पात्र के रूप में देखने लगते हैं कि वह कहानी सुनते समय उस जगह, और उस कहानी से जुड़े पात्रों के बारे में कई तरह की कल्पना करते हैं। जिससे बच्चों की कल्पनाशक्ति बढ़ती है और बहुत से बच्चे उसी कल्पना शक्ति के बल पर आगे चल कर कहानी लेखन शुरू कर देते हैं।

पेरेंट्स के साथ भावनात्मक जुड़ाव 

एक रिसर्च में पाया गया है कि जो बच्चे कहानियां सुनते हैं उनकी बुद्धि तीव्र होती है और उनके अपने माता-पिता के साथ भावनात्मक संबंध गहरे होते हैं। बच्चे अगर अपने दादा- दादी या फिर नाना- नानी से कहानी सुनते हैं तो उनके संबंध अपने ग्रेड पेरेंट्स के साथ प्रगाढ़ होते हैं। जब वें अपने जीवन के अनुभव कहानी के द्वारा बच्चों को बताते हैं तो बच्चे उनसे बहुत कुछ सीखते हैं और रोमांचित होते हैं। 

बच्चों में नैतिक और सद्गुण विकसित होते हैं

जब हम बच्चों को कहानियां सुनाने है तो उनमें नैतिक गुण विकसित होते हैं। जैसे ईमानदारी का फल सदैव अच्छा होता है। जीवन में सफल होने के लिए मेहनत का क्या महत्व है। बड़ों का आदर सत्कार करना चाहिए। कहानियों के माध्यम से हम बच्चों में अच्छे संस्कार पैदा कर सकते हैं।

बच्चों की शैक्षणिक में लाभ

जब बच्चे कहानियां सुनते हैं तो उनका एक भावनात्मक जुड़ाव हो जाता है। बच्चे कहानियों के माध्यम से ज्ञान अर्जित करते हैं। जिसका बच्चों की शैक्षणिक शिक्षा में भी लाभ होता है। अगर बच्चों को कोई विषय समझ में नहीं आता तो उसे कहानियों के माध्यम से आसानी से समझाया जा सकता है। 

किताबें पढ़ने की रूचि पैदा होती है

कहते हैं कि एक किताब हजार मित्रों के समान होती है। बच्चों को कहानियां सुनाने का सबसे ज्यादा लाभ यह होगा कि आप बच्चों की किताब पढ़ने में रुचि बचपन में ही पैदा कर सकते हैं। बच्चों को उनकी आयु और रूचि के अनुसार कहानियों की किताबें खरीद कर दे और स्वयं भी बच्चों के सामने कुछ समय किताबें पढ़ने से व्यतीत करें। 

आशा है कि आपको आर्टिकल में बच्चों को कहानियां सुनाने के क्या फायदे हैं अच्छे लगे होंगे। इसलिए विज्ञान चाहे जितनी भी तरक्की कर ले लेकिन जो कहानियां बच्चे अपने पेरेंट्स से सुनते हैं उनका भावनात्मक जुड़ाव अलग होता है।‌‌इसलिए सभी पेरेंट्स को समय निकाल कर अपने बच्चों को कहानियां जरूर सुनानी चाहिए ताकि बच्चों का अच्छे से बौद्धिक विकास हो सके।  

    
        
   

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