भला तो हो भला हो भला कहानी हिन्दी में
कर भला तो हो भला का अर्थ होता है कि जब हम दूसरों की भलाई करते हैं तो हमारे साथ भी भला होता है
kar bala to ho bala story in hindi: एक बार एक गुरुकुल में बहुत से शिष्य पढ़ते थे। वहां उन्हे नैतिक, भौतिक, धार्मिक शिक्षा दी जाती। जब गुरुकुल का अंतिम दिन था तब गुरूजी ने सब शिष्यों को बुलाया और कहा ,"आज गुरुकुल में आप लोगों की शिक्षा का अंतिम दिन है। आज आप लोगों को एक दसरे का साथ देते हुएं दौड़ पूरी करनी है और इस दौड़ में सभी शिष्य एक दूसरे की मदद करेंगे।"
जब दौड़ शुरु हुई तो सभी एक दुसरे का साथ देते हुए जा रहे थे। लेकिन जैसे -जैसे दौड़ कठिन होती गई वैसे- वैसे शिष्यों ने एक दुसरे का साथ देना कम कर दिया। कुछ शिष्य आगे निकल गए और कुछ शिष्य पिछे रह गए।
दौड़ के अंतिम पडा़व मे एक अंधेरी सुरंग को पार करना था। गुफा के अंदर जाते सभी के पैरों में छोटे - छोटे पत्थर चुभने लगे। ज्यादातर शिष्य तो एक दूसरे पर पैर रख कर आगे निकल गए लेकिन कुछ शिष्य रास्ते से पत्थर उठा कर अपनी जेबों में रखने लगे ताकि पीछे से आने वालो को पत्थर चुभ ना जाए।
कुछ शिष्य तो बहुत जल्दी पहुंच गए और कुछ शिष्य देरी से पहुंचे। देरी से पहुंचने वाले शिष्यों को गुरूजी ने पूछा कि," प्रतियोगिता के शुरु में आप एक साथ थे फिर बाद में आप लोग पिछे क्यों रह गये?"
उन्होने कहा ,"गुरूजी हम सुरंग में पैरों के नीचे आने वाले पत्थर उठा कर अपनी जेब में रख रहे थे ताकि पिछे आने वालों को चोट ना लग जाये।"
इतना सुनते ही गुरूजी ने कहा कि,"वो पत्थर मुझे दिखाओ।" जब शिष्यों ने पत्थर जेब में से निकले तो वो कीमती हीरे थे।
गुरूजी ने कहा कि यह हीरे मैंने ही वहा रखवाए थे क्योंकि मैं देखना चाहता था कि आप लोगों में एक दूसरे की मदद और दूसरे की भलाई की भावना कितनी प्रबल है। गुफा अंधेरी होने के कारण कोई भी नहीं जानता था कि जो पत्थर तुम लोगों के पैरों में चुभ रहे हैं वह असल में कीमती पत्थर है।लेकिन जिन शिष्यों ने पिछे आने वालों की मदद के बारे में सोचा, उनके लिए मेरी तरफ से यह कीमती पत्थर ईनाम।"
Moral - कर भला तो हो भला कहानी हमें शिक्षा देती है कि अगर हम किसी के लिए कुछ अच्छा करते हैं तो हमारे साथ भी अच्छा होता है।
Message to Author