सोशल मीडिया का खाने पीने की आदतों पर प्रभाव
सोशल मीडिया कहीं ना कहीं बच्चों और खास कर युवाओं की खाने पीने की आदतों को बहुत हद तक प्रभावित करता है। जो लोग सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहते हैं वह इसके प्रभाव में आएं बिना नहीं रह सकते।
सोशल मीडिया नैटवर्क स्नैपचैट , इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर युवा पीढ़ी ज्यादा एक्टिव रहती है। खाने पीने की आदतों को प्रभावित करने में इन सभी का बहुत बड़ा योगदान है।
जैसे ही लोग किसी रेस्टोरेंट या फिर कैफे में जाते हैं वहां की pic अपने सोशल मीडिया पर share जरूर करते हैं।
अब जैसे ही उनके follower उन तस्वीरों को देखते हैं उनके दिमाग में भी उस रेस्टोरेंट में जाने और उस डिश को खाने का विचार जाने अनजाने उनके दिमाग में आ ही जाता है। ऊपर से सोशल मीडिया का algorithms ऐसा है कि जैसे ही आपने किसी फूड या फिर रेस्टोरेंट के बारे में सर्च किया आपकी फ़ीड में उससे रिलेटेड ads दिखनी शुरू हो जाती है।
Benifit of social media for food habits/ सोशल मीडिया का खाने पीने की आदतों पर अच्छा प्रभाव
सोशल मीडिया का अच्छा प्रभाव यह है कि हमें बहुत कुछ नया जानने को मिलता है। जैसे ब्रोकली की सब्जी, dragon fruit और किन्नोआ के अनाज पहले इतने फेमस नहीं थे और ना ही हमें इनके benefits के बारे में ज्यादा जानकारी थी।
इंस्टाग्राम, फेसबुक पर बहुत से dietitian के पेज उपलब्ध है जो खाने पीने की अच्छी आदतों के बारे में जागरूक करते हैं जैसे दाल के साथ दही नहीं लेना चाहिए क्योंकि दोनों में अलग अलग प्रोटीन होते हैं इसलिए दही कोशिश करे कि सब्जी के साथ ही खाना चाहिए।
अगर आप में iron की कमी है तो पालक में नींबू डाल कर खाएं क्योंकि जिन लोगों के शरीर में iron की कमी होती है उन्हें iron से भरपूर भोजन के साथ विटामिन c लेना चाहिए।
सोशल मीडिया के कारण ऐसी नई नई जानकारियां हमें अक्सर देखने को मिलती रहती है।
दूसरे सोशल मीडिया ने कई मायनों में जीवन को बदल दिया है जैसे हमें सोशल मीडिया के कारण pine apple, लहसुन आदि आसानी से काटने के बहुत से life hacks पता चले हैं। एक समय था जब कोई नई रेसिपी बनानी होती थी तो रेसिपी बुक खोल कर पढ़ना पढ़ता था लेकिन कुछ भी नया बनाने की सोच रहे हो तो यूट्यूब खोलते ही आपको ढेरों रेसिपी मिल जाती है। अगर सोशल मीडिया का सही से इस्तेमाल किया जाएं तो यह एक जैसी सोच वाले लोगों को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है।
DRAWBACKS/ सोशल मीडिया के खाने पीने की आदतों पर दुष्प्रभाव
सोशल मीडिया के कारण कहीं ना कहीं युवाओं का बजट बिगाड़ता है। क्योंकि जब आप दोस्तों के शेयर की हुई डिश के बारे में सर्च करेंगे तो algorithm के अनुसार आपका सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म चाहे वो इंस्टाग्राम हो या फेसबुक आपको उससे रिलेटेड विडियोज़, डिशिज, रेस्टोरेंट दिखाना शुरू कर देगा। जिससे आप या तो वहां जाने का मन बना लेते हैं या फिर आनलाइन स्वि गी, जमैटो से आर्डर कर देते हैं।
एक सर्वे के अनुसार जो लोग खाना खाते वक्त सोशल मीडिया चलाते हैं वह distracted eating के कारण एक तो ज्यादा खाना खाते हैं और दूसरे वह अपना खाना पूरी तरह से enjoy नहीं कर पाते। इस फूड हेबिट के चलते एक रेस्टोरेंट ने अपने कस्टमर को एक आफर दी है कि जो कस्टमर खाना खाते समय अपना फोन नहीं चलाएंगे उनको बिल में 10% off दी जाएगी जोकि एक बहुत अच्छी पहल है।
सोशल मीडिया हमारी खाने पीने की आदतों को बहुत प्रभावित कर रहा है। युवा पीढ़ी जंक फूड की ओर ज्यादा आकर्षित हो रही है। जैसे ही सोशल मीडिया पर मोमोज, पिज्जा, बर्गर आदि का विज्ञापन या फिर दोस्तों द्वारा शेयर की हुई फोटो देखते हैं तो उनका मन उनको खाने के लिए मचल उठता है। जहां तक कि बहुत से युवक युवतियां कहते सुने जा सकते हैं कि जब तक हम दिन में एक बार जंक फूड ना खा ले हमें चैन नहीं मिलता।How to curate a healthy feed/ सोशल मीडिया की अपनी feed को सेहतमंद बनाएं
सोशल मीडिया के खाने पीने की आदतों पर फायदे और नुकसान दोनों हो सकते हैं। लेकिन अपनी समझदारी से अपनी सोशल मीडिया की फीड को हेल्दी बनना हमारे हाथ में हो सकता है। उसके लिए हमें कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर नजर रखनी होगी।
जैसे सोशल मीडिया पर हमें बहुत से influencer मिल जाते हैं जो युवाओं को बहुत प्रभावित करते हैं। वें उनको follow कर लेते हैं। लेकिन सबसे पहले यह जानना जरूरी होता है कि जिन लोगों की बातों और खाने पीने की आदतों से इतना प्रभावित हो रहे हैं उनके पास कोई certified डिग्री भी है या नहीं।
क्योंकि अक्सर देखा गया है कि बहुत से influencer फूड प्रोडक्ट्स को बिना किसी certified डिग्री or creditibility के बेच रहे होते हैं। जिससे आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ हो सकता है। क्योंकि वह product की अच्छाई तो बढ़ा-चढ़ा कर बता देंगे लेकिन उससे होने वाले नुकसान को छुपा जाते हैं जिसका नुकसान आपको उठाना पड़ सकता है।
इसलिए अपनी scrolling को अपने लिए फायदे मंद और सकारात्मक बनाना आप पर निर्भर करता है कि आप जिन लोगों को follow कर रहे हैं वह काबिल हो और उनके पास certified डिग्री हो तब ही आप अपनी खाने पीने की अच्छी आदतों को अपना सकते हैं।
अगर आप सेहतमंद लोगों और nutritius food को follow करेंगे तो आपकी feed में सेहतमंद फूड ही नज़र आएगा ।
सेहतमंद खाना खाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर हमारा पेट हेल्दी फूड से भरा होगा तो हमारा मन जंक फूड से अपने आप दूर रहेगा। सबसे जरुरी आप कुछ और करे चाहे ना करे लेकिन खाने का भरपूर मजा लेने के लिए खाते समय मोबाइल फोन की scrolling ना करें।
Message to Author