सोशल मीडिया के समाज और युवाओं पर प्रभाव
वर्तमान समय में सोशल मीडिया हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। सोशल मीडिया के जरिए हम दुनिया के किसी कोने में बैठ कर अपनी खबर दूसरे कोने तक पहुंचा सकते हैं और उनके बारे में जान सकते हैं। सोशल मीडिया ज्ञान का भंडार है जहां से आप अपनी सुविधा और अवश्यकता अनुसार कोई भी जानकारी हासिल कर सकते हैं। सोशल मीडिया परंपरागत मीडिया का एक आधुनिक रूप है । वर्तमान समय में इसे समाज का दर्पण कहा जा सकता है सोशल मीडिया ने समूचे विश्व को मानो एक मंच पर ला दिया है।
आज के समय में सोशल मीडिया का प्रयोग एक साल के बच्चे से लेकर वृद्ध तक सभी अपनी उपयोगिता अनुसार कर रहे हैं।फेसबुक, व्हाट्सएप, टि्वटर ,इंस्टाग्राम, टेलीग्राम ,यूट्यूब आदि बहुत से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स इस समय उपलब्ध है।
लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल क्यों करते हैं
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सोशल मीडिया के जरिए लोग किसी से भी, किसी भी समय contact कर सकते हैं। अपने मित्रों और रिश्तेदारों को मैसेज या फिर विडियो कालिंग कर सकते हैं। इस तरह हम अपने रिश्तों को मजबूत बना सकते हैं।
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सोशल मीडिया के प्रयोग लोग मनोरंजन के लिए करते हैं। सोशल मीडिया के जरिए आप फिल्में देख सकते हैं गाने सुन सकते हैं, गेम्स खेल सकते हैं।
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लोग सोशल मीडिया का प्रयोग मोटिवेशनल और व्लयूएबल कंटेंट के जरिए खुद को परिभाषित करने के लिए और दूसरों को जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए करते हैं।
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आज के समय में सोशल मीडिया की ताकत को कोई भी कंपनी इंग्नोर किये बिना नहीं रह सकती। छोटी से लेकर बड़ी कंपनियां अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए परंपरागत मीडिया के साथ साथ सोशल मीडिया पर अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करती है। सोशल मीडिया बेजनेस को बढ़ाने में मददगार साबित हो रहा है।
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सोशल मीडिया के जरिए विद्यार्थियों को बहुत लाभ मिल रहा है। यह दुनिया भर की जानकारी एक क्लिक पर प्राप्त कर सकते हैं।
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सोशल मीडिया के कारण बहुत लोगों को रोज़गार मिल रहा है। ऐसे लोगों की संख्या विश्व भर में लाखों में होगी जो यूट्यूब चैनल, इंस्टाग्राम और फेसबुक से इनकम जनरेटर कर रहे हैं। लिंक्डइन और इंटरशाल से अपने लिए नौकरी ढूंढ सकते हैं।
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सोशल मीडिया का प्रयोग बड़े बड़े राजनेता करते हैं ताकि अपना विज़न ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा सके। सोशल मीडिया के जरिए वह अपनी एक अच्छी खासी फैन फॉलोइंग बना लेते हैं जिसका जरिए वह अपने फोलोवर्स को अपने पक्ष में वोट करने के लिए प्रभावित करते हैं।
सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव
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सोशल मीडिया ने समाज और हमारी जिंदगी को बहुत प्रभावित किया है (Impact of Social Media On Society And In Our Life ) आज के समय जितने लोगों के पास smart phone है लगभग वह सभी सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं। हम सब के जीवन में सोशल मीडिया एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। एक साल के बच्चों से लेकर बुजुर्ग सभी किसी ना किसी रूप में सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे।
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जहां छोटे बच्चे यूट्यूब पर rhymes सुनकर और कार्टून देख कर खिलखिला उठते हैं। वहीं सोशल मीडिया ने बुजुर्ग लोगों के लिए भी किसी सहारे से कम नहीं है। पहले जहां बुजुर्ग अपने विदेशों में रहने वाले बच्चों की शक्ल देखने के लिए तरस जाते थे। अब वह व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर के जरिए उनको मैसेज कर सकते हैं विडियो काल कर सकते हैं। सोशल मीडिया के जरिए लोग अपने रिलेशनशिप को मजबूत कर सकते हैं।
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सोशल मीडिया के जरिए लोग अपने जैसे लोगों की कम्युनिटी बना सकते हैं। समाज में बहुत बार कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बाकी लोगों से कुछ अलग होते हैं। जिस कारण उनको समाज में वह सम्मान नहीं मिल पाता। ऐसे लोग सोशल मीडिया के जरिए अपने जैसे लोगों की एक कम्युनिटी बना लेते हैं फिर उनको ऐसा नहीं लगता कि हम अकेले हैं।
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सोशल मीडिया के कारण समाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ती है। जिन मुद्दों पर बात करने के लिए मंच नहीं मिल पाता था। उन मुद्दों पर बात करने के लिए सोशल मीडिया ने अभिव्यक्ति की आजादी को एक नया आयाम दिया है। लोग खुलकर अपनी राय फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम के जरिए प्रकट कर सकते हैं।
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सोशल मीडिया किसी भी देश की राजनीति को भी बहुत हद तक प्रभावित करता है। जो खबरें नैशनल न्यूज चैनल नहीं दिखते वह सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो जाती है। सोशल मीडिया के दौर में कोई भी सरकार अपनी कमियों को उजागर होने से नहीं रोक सकती। सोशल मीडिया में ताकत है कि वह सरकार को निरंकुश होने से रोक सके।
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सोशल मीडिया के प्रभाव को देखते हुए राजनीतिक पार्टियां सोशल मीडिया Online campaign Organise करती है।
सोशल मीडिया के समाज पर दुष्प्रभाव
जहां सोशल मीडिया के समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़े हैं वहां कुछ नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलते हैं (Negative Impact Of Social Media On Society)
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सोशल मीडिया की लत लोगों पर इस कद्र लग चुकी है कि लोग एक कमरे में होने के बावजूद अपने फोन पर व्यस्त होते हैं जिससे रिश्तों में दूरियां आ जाती है।
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बच्चे नहीं जानते कि उनका भला बुरा क्या है। कई बार वह ऐसी विडियो देखनी शुरू कर देते हैं जो उनकी आयु के हिसाब से उन्हें नहीं देखनी चाहिए।
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सोशल मीडिया पर हेट स्पीच और हेट न्यूज के कारण बिना खबर की विश्वसनीयता को जाने दंगे भड़क जाते हैं । जिससे बहुत जान माल का नुक़सान होता है। हेट स्पीच और फेक न्यूज ने सोशल मीडिया की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है।
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सोशल मीडिया पर लोग troll हो जाते हैं जिससे उनकी प्रतिष्ठा को धक्का लगता है।
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सोशल मीडिया के कारण privacy खत्म हो गई है क्योंकि लोग अपने जीवन में होने वाली सभी घटनाओं को सोशल मीडिया पर सांझा करते हैं।
Social Media Yuva Pidi Ki Pathshala
वर्तमान समय में सोशल मीडिया को युवा पीढ़ी की पाठशाला भी कहा जाता है।सोशल मीडिया का युवाओं पर बहुत अधिक प्रभाव है। (Impact Of Social Media On Students And Youth)
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विद्यार्थी आज के समय में जानकारी के लिए स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई तक सीमित नहीं है। उनके पास असीमित च्वाइस है। एक ही क्लिक पर उन्हें अपनी पसंद की जानकारी उपलब्ध हो जाती है।
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विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के कारण बहुत फायदा मिल रहा है। जिन कोर्सिस का खर्चा हजारों में है वह उन को युट्युब पर या फिर आनलाइन वेवसाइट पर फ्री में या फिर बहुत कम खर्च में सीख सकते हैं।
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सोशल मीडिया से पढ़ने पर कोई उनको मुल्यांकन नहीं करता कि तुम इस विषय में कमज़ोर हो। क्लास में बहुत से बच्चे ना समझ आने पर भी अध्यापक से बार बार नहीं पूछ पाते। लेकिन यूट्यूब पर कोई विषय समझ ना आने पर बार-बार देख कर समझ सकते हैं। बहुत से बच्चे यूट्यूब से पढ़कर ट्यूशन फीस का खर्च और समय दोनों की बचत करते हैं।
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सोशल मीडिया के प्रसार से विद्यार्थी पढ़ाई के साथ जिस खास कोर्स में उनकी रूचि है वह अपनी सहुलियत और समय के अनुसार कर सकते हैं। जिससे अपने स्किल डिवेलपमेंट भी होती है और उनकी कही आने जाने की ऊर्जा भी व्यर्थ नहीं होती।
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रिसर्च के अनुसार यंग जेनरेशन सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहती है। दिन के कई घंटे वह सोशल मीडिया पर ही बिताते हैं। इसलिए युवा किसी भी कंपनी के लिए सबसे ज्यादा टारगेटेड आडियंस होती है।
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यह किसी भी युवा के इंटरेस्ट पर निर्भर करता है कि वह सोशल मीडिया से कैसा कंटेंट कंजुम कर रहे हैं। सोशल मीडिया के कारण युवाओं की जीवन शैली प्रभावित होती है। सोशल मीडिया पर बहुत से इंलुएनसर है जिन से युवा प्रभावित होते हैं। सोशल मीडिया के कारण युवाओं को रोजगार के नए तरीके उपलब्ध हो रहे हैं।
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सोशल मीडिया के कारण युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं। सोशल मीडिया की ताकत को देखते हुए। बड़ी बड़ी कंपनियां अपनी कंपनी के लिए सोशल मीडिया मेनेजर रखते हैं। इसके लिए न्यू जनरेश के युवाओं को इस जाॅब पर रखना पसंद करते हैं जो उनके लिए अंगेजिंग कंटेंट बना सके, funny memes, witty tweets लिख सके, viral reels बना सके ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों का ध्यान वह आकर्षित कर सके और उनका बिजनेस ज्यादा से ज्यादा ग्रो करें। वहां पर आपका मुख्य काम होता है कम्पनी के लिए फोलोवर्स कैसे बढ़ाएं, सोशल मीडिया कैंपेन कैसे चलाएं, कंटेंट की अंग्जमेट को कैसे बढ़ाना है।
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सोशल मीडिया के कारण युवाओं को नौकरियां प्राप्त करने के बहुत से प्लेटफॉर्म उपलब्ध है। वह इसके लिए लिंक्डइन और इंटरशाल पर अप्लाई कर सकते हैं।
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सोशल मीडिया युवाओं के खाने पीने की आदतों को भी बहुत प्रभावित करता है। एक सर्वे के अनुसार जो लोग खाना खाते वक्त सोशल मीडिया चलाते हैं वह distracted eating के कारण एक तो ज्यादा खाना खाते हैं और दूसरे वह अपना खाना पूरी तरह से enjoy नहीं कर पाते। सोशल मीडिया पर हमें बहुत से influencer मिल जाते हैं जो युवाओं को बहुत प्रभावित करते हैं। वें उनको follow कर लेते हैं। लेकिन सबसे पहले यह जानना जरूरी होता है कि जिन लोगों की बातों और खाने पीने की आदतों से इतना प्रभावित हो रहे हैं उनके पास कोई certified डिग्री भी है या नहीं।
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सोशल मीडिया पर मोटिवेशनल स्पीकर को सुनकर युवा सकारात्मक महसूस करते हैं।
सोशल मीडिया का युवाओं पर दुष्प्रभाव
सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव (Negative Impact Of Social Media On Youth And Students)
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रिसर्च में पाया गया है कि सोशल मीडिया की लत सबसे ज्यादा युवा पीढ़ी को ही लगती है। जिस कारण वह अपने समय की बर्बादी करते हैं।
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सोशल मीडिया के कारण की बच्चों की पढ़ाई से दूरी हो जाती है या फिर सोशल मीडिया पर मार धाड की गेम्स खेलने में व्यस्त रहते हैं और आउटडोर गेम्स में उनकी रूचि खत्म हो गई है।
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सोशल मीडिया के अधिक प्रयोग से वह अवसाद का शिकार हो सकते हैं। बहुत बार युवा जब अपने किसी जानकार को आगे बढ़ाता देखते हैं तो वह हीन भावना के शिकार हो सकते हैं।
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सोशल मीडिया का algorithm ऐसा ही कि आप जैसा content देखते हैं उससे संबंधित कंटेंट आपको और अधिक दिखना शुरू हो जाता है। इसलिए अपनी सोशल मीडिया फीड को हेल्दी रखें।
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विद्यार्थी बहुत बार सोशल मीडिया से पढ़ने समय उनका ध्यान भटक जाता है और वह घंटों विडियो और रील्ज देखने में गुजार देते हैं।
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अपनी पर्सनल जानकारी किसी के साथ शेयर नहीं करनी चाहिए। साइबर बुलीइंग का शिकार सबसे ज्यादा बच्चे होते हैं।
सोशल मीडिया के परिणाम (Pros- Cons of Social media)
पिछले कुछ सालों में संचार साधनों में बहुत बड़ा बदलाव आया है जिसका एक कारण सोशल मीडिया है। मोबाइल टक्नालजी ने सोशल मीडिया को बढ़ावा देने में बहुत योगदान दिया है। लोग मोबाइल पर अपना ज्यादातर समय व्यतीत कर रहे हैं। सोशल मीडिया सर्वव्यापी हो गया है और समय के साथ इसके उपभोक्ताओं में वृद्धि हो रही है। सोशल मीडिया करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचा रहा है। जहां सोशल मीडिया प्रयोग के अच्छे परिणाम है वहां साथ ही साथ सोशल मीडिया के बहुत भयावह परिणाम भी समय समय पर देखने को मिलते हैं।
सोशल मीडिया के फायदे
Benefit of Social Mediaसोशल मीडिया के कारण समाज में बहुत बदलाव हुआ है। सोशल मीडिया ने समाज की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
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सोशल मीडिया ज्ञान का भंडार है। वर्तमान समय में किसी भी विषय पर जानकारी के लिए किसी पर निर्भरता लगभग खत्म हो गई है आप कोई भी जानकारी केवल एक क्लिक पर प्राप्त कर सकते हैं।
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सोशल मीडिया ने समाज की दूरी को कम कर दिया है। अब आप किसी से भी व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर के जरिए चैटिंग कर सकते हैं विडियो कालिंग कर सकते हैं। अपनी सूचना उन तक पहुंचा सकते हैं और दूसरों के बारे में जानकारी ली जा सकती है।
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सोशल मीडिया ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। Udemy, Coursera, Byjus और Vedantu जैसे आनलाइन प्लेटफॉर्म शिक्षा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहे हैं।
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सोशल मीडिया जनता के मन की बात सरकार तक और सरकार की नीतियों लोगों तक पहुंचाने में सहायक साबित हो रहा है। सोशल मीडिया के कारण लोग किसी भी मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रख सकते हैं।
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सोशल मीडिया के कारण युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान हो रहे हैं। यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम पेज युवा हजारों लाखों रुपए कमा रहे हैं।
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सोशल मीडिया के कारण हम विश्व के किसी भी कोने में संपर्क बना सकते हैं। जिसने समाज की दूरी को कम कर दिया है।
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सोशल मीडिया के जरिए व्यापार को बढ़ावा मिलता है। लगभग सभी कंपनियां अपनी कमाई बढ़ाने के लिए अपने प्रोडक्ट का प्रचार सोशल मीडिया पर कर रही है।
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सोशल मीडिया के कारण किसी को भी अपना टेलेंट दिखाने का एक प्लेटफार्म मिल जाता है।
सोशल मीडिया के नुकसान
Negative Impact of Social Media:सोशल मीडिया ने समाज पर नकारात्मक प्रभाव भी डाला है।
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सोशल मीडिया पर बहुत बार फेंक न्यूज वायरल हो जाती है। जिस कारण साम्प्रदायिक दंगे भड़क जाते हैं।
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सोशल मीडिया चुनाव के नतीजों और राजनीतिक को प्रभावित करता है।
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सोशल मीडिया पर बहुत से लोग troll हो जाते हैं जिससे उनकी प्रतिष्ठा को नुक्सान पहुंचता है। उन्हें मानसिक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ता है।
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सोशल मीडिया के अधिक प्रयोग से अवसाद, तनाव और नकारात्मकता को बढ़ावा मिलता है।
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सोशल मीडिया के कारण अश्लीलता को बढ़ावा मिलता है।
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सोशल मीडिया के कारण साइबर अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
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सोशल मीडिया पर बच्चे cyber bulling का शिकार हो रहे हैं। बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं और उन्हें नैत्र रोग संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बच्चों की पढ़ाई से दूरी हो जाती है।
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ज्यादा समय सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले लोगों को mental or physical हेल्थ संबंधी समस्याएं हो सकती है।
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सोशल मीडिया के कारण समय की बर्बादी होती है। सोशल मीडिया पर विडियो देखते देखते वह घंटों बिता देते हैं।
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सोशल मीडिया के कारण privacy समाप्त हो गई है क्योंकि लोग अपने जीवन में होने वाली सभी छोटी बड़ी घटनाओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सांझा करते हैं।
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सोशल मीडिया के कारण लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट और बैंक अकाउंट हैक हो जाते हैं। जिसके उनको दुष्परिणाम भुगतने पड़ते हैं।
सोशल मीडिया चलाते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए
सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल किया जाए तो यह एक वरदान साबित हो सकता है। इसलिए सोशल मीडिया चलाते समय अगर हम कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर नजर रखे तो सोशल मीडिया से होने वाले नुक़सान को कम किया जा सकता है।
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सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए एक राष्ट्रीय कानून होना चाहिए ताकि इस बारे में कानूनी जिम्मेदारी तय की जा सके। सरकार ने इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए हैं।
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बच्चों की सर्च हिस्ट्री पर नजर रखे क्योंकि बच्चे नहीं जानते कि उनके लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा।
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अपनी पर्सनल डिटेल किसी को नहीं देनी चाहिए क्योंकि हैकर्स लोगों की पर्सनल जानकारी को चोरी कर लेते है।
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महिलाओं के लिए आपत्तिजनक शब्दों या तस्वीरों का प्रयोग ना करें।
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किसी की अनुमति के बिना किसी को टैग ना करें।
अंत में हम कह सकते हैं कि अगर सोशल मीडिया का इस्तेमाल सचेत रह कर किया जाए तो यह किसी वरदान से कम नहीं है। लेकिन अगर इसके इस्तेमाल के समय लापरवाही बरतने है तो भारी परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। लेकिन वर्तमान समय में इसकी उपयोगिता को देखते हुए कोई भी सोशल मीडिया की ताकत को इग्नोर नहीं कर सकता। इसलिए समझदारी से सोशल मीडिया का प्रयोग करके अपने जीवन के हर क्षेत्र को हम आसान बना सकते हैं।
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